भारती विश्वविद्यालय, दुर्ग में दीक्षारंभ कार्यक्रम ‘अभ्युदय’ का सफल आयोजन भारती विश्वविद्यालय ने गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और शोध के क्षेत्र में नया मुकाम हासिल कियाः माननीय श्री गजेन्द्र यादव
दुर्ग। भारती विश्वविद्यालय, दुर्ग में दीक्षारंभ कार्यक्रम ‘अभ्युदय’ का सफल आयोजन गरिमामय तरीके से किया गया। इसमें नवप्रवेशित छात्र-छात्राओं व उनके अभिभावकों का अभिनंदन किया गया और एनईपी-2020 के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई। यह कार्यक्रम माननीय श्री गजेन्द्र यादव जी, विधायक दुर्ग शहर की गरिमामय उपस्थित में सम्पन्न हुआ। इस अवसर पर माननीय श्री गजेन्द्र यादव ने एनईपी-2020 के तहत नवाचार को इंगित किया। उन्होंने दीक्षारंभ कार्यक्रम के लिए नवप्रवेशित छात्र-छात्राओं का उत्साहवर्धन किया। माननीय श्री गजेन्द्र यादव ने कहा कि भारती विश्वविद्यालय, दुर्ग ने सफलता का एक लंबा सफर तय किया है। कृषि महाविद्यालय से शुरू होकर आज एक विश्वविद्यालय के रूप में स्थापित होना अपने आप में बड़ी उपलब्धि है। भारती विश्वविद्यालय ने गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और शोध के क्षेत्र में नया मुकाम हासिल किया है।
कार्यक्रम की अध्यक्षता माननीय कुलाधिपति श्री सुशील चन्द्राकर ने किया। उन्होंने इस कार्यक्रम में नवप्रवेशित छात्र-छात्राओं और उनके पालकों का अभिनंदन किया। माननीय कुलपति डाॅ. बी.एन. तिवारी ने कहा कि शिक्षा सिर्फ संस्थान ही नहीं देता, इसमें अभिभावक की भी महत्वपूर्ण भूमिका होती है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के तहत नैतिक मूल्य एवं छात्रों के सर्वांगीण विकास पर जोर दिया गया है। उन्होंने एनईपी में प्रत्येक विषय में अध्ययन प्राप्त करने की सुविधाओं के बारे में बताया।
डाॅ. आर. एन. सिंह, माननीय प्रति-कुलपति ने कहा कि भारती विश्वविद्यालय बहुआयामी संकाय संचालित करता है। यहां के प्राध्यापक बहुत ही अनुशासित, अद्यतन और सुशिक्षित हैं। उन्होंने बताया कि एनईपी में रिसर्च को भी केन्द्र में रखा गया है। आरंभ में डीन अकादमिक डाॅ. आलोक भट्ट ने स्वागत भाषण दिया और भारती विश्वविद्यालय में संचालित विभिन्न विभागों व प्रकोष्ठों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। आरंभ में नवप्रवेशित छात्र-छात्राओं व पालकों का तिलक लगाकर स्वागत किया गया।
कार्यक्रम का संचालन डाॅ. राजश्री नायडू, विभागाध्यक्ष, अंग्रेजी विभाग ने किया। धन्यवाद ज्ञापन डाॅ. वीरेन्द्र कुमार स्वर्णकार, कुलसचिव भारती विश्वविद्यालय द्वारा किया गया। कार्यक्रम के तकनीकी सत्र मंे विभिन्न संकायाध्यक्षों ने एनईपी-2020 के विभिन्न पहलुओं बारे में विस्तार से जानकारी दी। डाॅ. अजय सिंह, संकायाध्यक्ष कला एवं मानवीकी ने एनईपी के उद्देश्यों तथा विशेषताओं पर प्रकाश डाला। उन्होंने एनईपी के कोर्स से एंटरप्रन्योरशिप की विचारधारा से भी विद्यार्थियों को अवगत कराया। डाॅ. नम्रता गेन, डीन काॅमर्स एण्ड मैनेजमेंट ने एनईपी-2020 में चार वर्षीय स्नातक पाठ्यक्रम की संरचना तथा इन्टरडिसीप्लीनरी पाठ्यक्रमों, स्क्लि बेस्ड तथा वैल्यूबेस्ड कार्यक्रम की संरचना पर प्रकाश डाला। डाॅ. स्वाति पाण्डेय, छात्र कल्याण अधिष्ठाता ने ग्रेडिंग प्रणाली और अंक योजना के बारे में विस्तार से बताया। कार्यक्रम के तीसरे सत्र में डाॅ. शोभा सिंह ठाकुर डीन, विधि संकाय एवं एनसीसी काॅओर्डिनेटर ने छात्र जीवन में एनसीसी के महत्व और इससे प्राप्त कॅरियर में अवसर जैसे मीलिट्री, नेवी, एअरफोर्स इत्यादि में समझाया। डाॅ. निशा गोस्वामी, विभागाध्यक्ष समाजकार्य विभाग एवं चेयरमैन एंटी रैगिंग सेल ने नवप्रवेशित छात्र-छात्राओं को एंटी रैगिंग से अवगत कराया तथा इसके विभिन्न कानूनी प्रावधानों के बारे में समझाया। उन्होंने यूथ रेडक्रास सोसायटी के बारे में विस्तार से बताया तथा इसमें समभागिता के लिए छात्र-छात्राओं को प्रेरित किया। डाॅ. स्नेह कुमार मेश्राम, विभागाध्यक्ष समाजशास्त्र द्वारा राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने एनएसएस व्यक्ति के मौलिक विकास में योगदान को समझाया। प्रश्नोत्तर काल का भी आयोजन किया गया जिसमें नई शिक्षा नीति के संबंध में नवप्रवेशित विद्यार्थियों के शंका-समाधान पर भी चर्चा की गई।
कार्यक्रम में बी.ए.एम.एस. के प्रावीण्य सूची में स्थान प्राप्त करने वाले छात्र-छात्राओं को स्वर्णपदक व प्रमाण-पत्र देकर सम्मानित किया गया। साथ ही बी.ए.एम.एस. के प्राध्यापकों को उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए बेस्ट टीचर अवॉर्ड दिया गया। इस अवसर पर रंगोली प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया जिसमें विजेता छात्र-छात्राओं को प्रशस्ति-पत्र प्रदान किया गया। इस दीक्षारंभ कार्यक्रम में भारती विश्वविद्यालय के प्राध्यापकगण, अधिकारीगण सहित बड़ी संख्या में नवप्रवेशित छात्र-छात्राएं और उनके पालक उपस्थित थे।