BIG BREAKING: केजरीवाल की मुस्किले खत्म होने का नाम नहीं ले रही
जांच एजेंसी प्रवर्तन निदेशालय ने शराब घोटाले की अपनी जांच प्रक्रिया लगभग पूरी कर ली है। घोटाले में लगभग सभी आरोपियों से पूछताछ हो चुकी है, आरोपियों के बयान के आधार पर मनी ट्रेल को स्थापित करने के लिए गोवा से आम आदमी पार्टी के प्रत्याशियों, कार्यकर्ताओं और पार्टी पदाधिकारियों से भी पूछताछ हो चुकी है।
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) अरविंद केजरीवाल से जुड़े शराब घोटाला मामले की सुनवाई तेज गति से कराने का प्रयास करेगा। जांच एजेंसी का प्रयास होगा कि यह पूरी प्रक्रिया एक साल के अंदर पूरी हो जाए। यदि ऐसा होता है तो इस मामले का अंतिम परिणाम इसी साल के अंत तक सामने आ सकता है। चूंकि, अगले वर्ष जनवरी-फरवरी 2025 में दिल्ली विधानसभा के चुनाव भी होंगे, इसका दिल्ली विधानसभा चुनावों पर भी असर पड़ सकता है। चर्चा है कि आम आदमी पार्टी अरविंद केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल को आगे रखकर उनकी अगुवाई में विधानसभा चुनाव लड़ने की कोशिश कर सकती है।
घोटाले में लगभग सभी आरोपियों से पूछताछ हो चुकी है, आरोपियों के बयान के आधार पर मनी ट्रेल को स्थापित करने के लिए गोवा से आम आदमी पार्टी के प्रत्याशियों, कार्यकर्ताओं और पार्टी पदाधिकारियों से भी पूछताछ हो चुकी है। इन सभी जांच में मजबूत साक्ष्य मिलने के बाद ही जांच एजेंसी ने मुख्यमंत्री को अपने घेरे में लिया है।
लेकिन अभी मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, के. कविता, साउथ लॉबी और आम आदमी पार्टी के कुछ नेताओं की आमने-सामने बिठाकर पूछताछ की जानी बाकी है, जिससे मामले की सभी कड़ियां सामने आ सकें। अभी तक मुख्यमंत्री के सामने न होने के कारण यह प्रक्रिया पूरी नहीं की जा सकी थी। लेकिन जिस तरह दिल्ली हाई कोर्ट ने अरविंद केजरीवाल पर रुख अपनाया है, उससे जांच एजेंसी के लिए पूछताछ का रास्ता खुल गया है।