दुर्ग निगम का टैक्स वसूली,सहायक राजस्व अधिकारी हुए अलर्ट,घरों-घर सर्वे,बड़े बकायादारो को जल्द होगा नोटिस जारी, सभी वार्ड ARI को दो-दो लाख प्रतिदिन वसूली का टारगेट,बड़े बकायादारो से करें संपर्क
दुर्ग/ 17 जून!नगर पालिक निगम अपनी माली हालत सुधारने के लिए अधिक से अधिक राजस्व वसूलने का बड़ा लक्ष्य तय किया है। इसको पूरा करने अधिकारियों की टीम गठित की गई है।नगर निगम की तरफ से राजस्व विभाग के अधिकारियों के साथ पूरे सहायक राजस्व निरीक्षकों को लगाकर संपत्तिकर के साथ यूजर चार्ज वसूलने की तैयारी की जा रही है।
नगर निगम आयुक्त लोकेश चन्द्राकर ने अफसरों से साफ शब्दों में कहा है कि हर हाल में अधिक से अधिक राजस्व वसूली का लक्ष्य पूरा करना है।आज बकरी ईद के अवसर पर नगर निगम राजस्व विभाग के सहायक राजस्व अधिकारी शुभम गोइर द्वारा तकिया पारा और केलाबाड़ी क्षेत्रो में जाकर ईद की बधाई एवं शुभकामनाएं देते हुए लोगो के घरों में जाकर पुराना टैक्स बकाया की जानकारी दी गई।उन्होंने जनाकारी में बताया कि तकिया पारा में पिछला बकाया लगभग 1.5 करोड़ और केलाबाड़ी में पिछला बकाया लगभग 1.00 करोड़ है। साथ मे इस वित्तीय वर्ष का 30 जून 2024 से पहले भुगतान की स्थिति में 6% छूट की जानकारी दी गई।संपत्ति कर का भुगतान करने नागरिकों से सम्पर्क किया जा रहा है।आज छुट्टी के दिन भी राजस्व अधिकारी दुर्गेश गुप्ता द्वारा सभी वार्ड के राजस्व विभाग कार्यलय का निरीक्षण कर सहायक राजस्व निरीक्षकों प्रतिदिन दो- दो लाख वसूली करने का सख्त टारगेट करने की बात कही। साथ ही बड़े बकायादारों से संपर्क करने कहा गया है।सहायक राजस्व अधिकारी शुभम गोइर कहा पुराना बकाया का वसूली प्राथमिकता से करना है।आयुक्त लोकेश चन्द्राकर ने बकाया संपत्ति कर के साथ यूजर चार्ज की वसूली कड़ाई से करने के निर्देश अधिकारियों को दिए हैं।नगर निगम सहायक राजस्व अधिकारी शुभम गोइर ने बताया कि आयुक्त लोकेश चन्द्राकर के दिशा निर्देश पर नगर निगम की आर्थिक हालत को सुधारने की दिशा में लगातार प्रयास किए जा रहे हैं।सहायक राजस्व अधिकारी शुभम गोइर ने बताया कि बड़े बकायादारों का 8 करोड़ बाकी है।जिसे वसूली हेतु नोटिस की कार्यवाही की जावेगी। नोटिस के बाद भी जमा नही करने की स्थिति में निगम एक्ट के तहत कार्यवाही की जावेगी।उन्होंने बताया कि नगर निगम सौ से अधिक बड़े बकायेदारों की सूची जारी करेगी। नगर निगम को आठ करोड़ रुपये संपत्ति कर वसूलना है।