DURG BREAKING: भारती विश्वविद्यालय में पूजन सामग्री निर्माण कार्यशाला का आयोजन
दुर्ग, भारती विश्वविद्यालय, दुर्ग द्वारा विद्यार्थियों हेतु पूजन सामग्री निर्माण कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला में मंदिर में चढ़े हुऐ फूलों के द्वारा धूप बत्ती, हवन कप और सीड बॉल बनाने का प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षण में विद्यार्थियों को मंदिर में चढ़े फूलों को सूखाकर, बारिक पीसकर उसमें कोयला, दशांग, तेजपत्ती, नारियल पील, लोभान, लौंग, कंडा और सुगंधित तेल, पीसे हुए फूलों के साथ मिलाकर उसमें गम ब्लाइंडर एवं घी मिलाकर धूप बत्ती का आकार देना सिखाया गया। इस प्रकार विद्यार्थियों ने सूखे अपशिष्ट फूलों से धूपबत्ती और हवन कप तैयार किया।
साथ ही बंजर भूमि में पौधों के विकास को संभव बनाने के लिए सीड बॉल बनाने का भी प्रशिक्षण दिया गया। इसके लिए उपयोग किए गए फलों एवं सब्जियों के बीजों को सर्वप्रथम सूखाकर संरक्षित किया गया, उसके पश्चात मिट्टी, खाद, गोबर, मिलाकर मिश्रण तैयार किया गया फिर इस मिश्रण में सुखे हुए बीजों को डालकर गोलाकार बॉल के रुप में एक आकार दिया गया, तत्पश्चात उसे सुखाकर बंजर भूमि में सीड बॉल फैला दिए जाते हैं, जिसे सींचने पर बीज अंकुरित होकर पौधे के रूप में विकसित हो जाता हैं। कार्यशाला में विशेष प्रशिक्षण वनस्पति विभाग के प्राध्यापकगण डॉ. आंकाक्षा जैन, रोशन नोन्हारे एवं युक्ति नोन्हारे के द्वारा प्रदान किया गया। कार्यशाला से बड़ी संख्या में विद्यार्थी लाभान्वित हुए। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. (डॉ.) बी. एन. तिवारी ने इस प्रशिक्षण कार्यशाला की सराहना की तथा विद्यार्थियों के हित में इस प्रकार की कार्यशालाओं के लगातार आयोजन करते रहने हेतु प्रेरित किया।