DURG BREAKING: भारती विश्वविद्यालय में मशरुम संवर्धन प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन
दुर्ग, भारती विश्वविद्यालय में दो दिवसीय मशरुम संवर्धन प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया गया। जिसमें विद्यार्थियों को मशरूम उगाने की विधि, तकनीकी पहलुओं और इसके व्यवसायिक उपयोग के बारे में गहन प्रायोगिक जानकारी विषय विशेषज्ञ डॉ. लोकनाथ देशमुख, सहा. प्राध्यापक, सुक्ष्मजीव विज्ञान विभाग, आईटीएम विश्वविद्यालय, रायपुर द्वारा प्रदान की गई। विद्यार्थियों को शैक्षणिक प्रायोगिक ज्ञान के साथ व्यवसायिक रुप से ऑयस्टर मशरूम खेती, जो एक अत्यधिक लाभकारी और पर्यावरण के अनुकूल व्यवसाय है, के लिए प्रशिक्षित किया गया। प्रशिक्षण में विद्यार्थियों ने ऑयस्टर मशरूम की खेती की बुनियादी तकनीक को समझा, साथ ही इसके उत्पादन में आने वाली समस्याओं और उनके समाधान पर मार्गदर्शन प्राप्त किया। प्रशिक्षक ने विशेष रूप से मशरूम की उगाने की प्रक्रिया, खेतों में इनकी देखभाल, गुणवत्ता नियंत्रण पर विस्तार पूर्वक प्रकाश डाला।
कार्यक्रम का आयोजन विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. (डाॅ.) बी.एन. तिवारी के मार्गदर्शन में किया गया। विश्वविद्यालय के कुलसचिव डाॅ. वीरेन्द्र कुमार स्वर्णकार ने कार्यशाला को विद्यार्थियों की विषय के प्रति गहरी प्रायोगिक समझ विकसित करने के साथ व्यवसायिक प्रशिक्षण प्राप्त करने हेतु बहुत उपयोगी बताया। कार्यशाला में प्राध्यापकगण डॉ. श्वेता एन., डॉ. आकांक्षा जैन, डॉ. प्रतिभा कुरूप, गरिमा बंछोर, लीलम चंद्राकर, प्रियंका सिन्हा, जयंत बारिक, वी.सुषमा श्री, सूरज जंघेल, युक्ति नोन्हारे, पूर्ति पवार, रोशन नोन्हारे आदि सहित बड़ी संख्या में विद्यार्थी उपस्थित थे। कार्यशाला का आयोजन लाइफ साइंस संकाय व पर्यावरण संरक्षण समिति द्वारा आंतरिक गुणवत्ता आश्वासन प्रकोष्ठ के सहयोग से किया गया।