CG BREAKING: मंदिर परिसर में हत्या, 6 महिने बाद आरोपी गिरफ्तार, युवक के अंधेकत्ल की गुत्थी को सुलझाने में पुलिस को मिली सफलता
दुर्ग। अंजोरा पुलिस चौकी अंतर्गत ग्राम रसमड़ा स्थित सतबहनिया मंदिर परिसर में 6 महिने पहले हुए युवक के अंधेकत्ल की गुत्थी को सुलझाने में पुलिस को सफलता मिली है। पुुलिस ने इस मामले में आरोपी रामचरण चंद्राकर 40वर्ष पिता दशरथ चंद्राकर वार्ड-18 शक्तिनगर दुर्ग निवासी को गिरफ्तार किया है। उसके निशानदेही पर हत्या में प्रयुक्त टंगिया भी बरामद कर लिया गया है। पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक 30 जुलाई 2023 को रसमड़ा स्थित सतबहनिया मंदिर परिसर में पुलिस को एक युवक की जली हुई शव मिली थी। शव को जलाने के पहले उस पर टंगिया व त्रिशूल से वार करने के भी निशान मिले थे, लेकिन युवक की पहचान नहीं हो पाई थी। बताया गया है कि मंदिर में हत्या की घटना सामने आने के बाद से वहां रहने वाला रामचरण चंद्राकर फरार चल रहा था। जिसकी पुलिस को तलाश थी। मुखबिर की सूचना पर सोमवार को रामचरण चंद्राकर को ग्रीन चौक दुर्ग से गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तारी के बाद आरोपी रामचरण चंद्राकर ने अपना अपराध भी स्वीकार कर लिया है। पुलिस को रामचरण चंद्राकर ने बताया कि मृतक का नाम राजू था। मृतक के पता के संबंध में वह पुलिस को कुछ बता नहीं पाया। आरोपी ने बताया कि मृतक राजू उसे साल्हेकसा महाराष्ट्र में पटरी के पास डिब्बा बिनते समय मिला था। राजू के बेघर होने कहने पर आरोपी उसे सतबहनिया मंदिर रसमड़ा ले आया था। घटना के दिन राजू मंदिर परिसर में मछली खा रहा था और वह शराब के नशे में था। जिस पर रामचरण ने उसे समझाईस दी, तो राजू गाली-गलौच और मारपीट करने लगा, साथ ही मंदिर के मूर्तियों और त्रिशूल को क्षतिग्रस्त करने लगा। जिससे आक्रोश में आकर रामचरण चंद्राकर ने राजू पर टंगिया से हमला कर दिया। उसके बाद त्रिशूल से भी हमला किया गया। टंगिए व त्रिशूल के हमले में गंभीर चोट आने से राजू की मौत हो गई। जिसके बाद आरोपी द्वारा मंदिर के पास ही झाडिय़ों में टंगिए को छिपाकर फरार हो गया। आरोपी रामचरण चंद्राकर के गिरफ्तार होने के बाद अंधेकत्ल की गुत्थी पुलिस ने सोमवार को सुलझा ली।