CG BREAKING: पटवारी को 3000 रिश्वत लेना पड़ा महंगा, एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने रंगे हाथों पकड़ा
अंबिकापुर। एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) की टीम ने 3000 रुपये की रिश्वत लेते सूरजपुर जिले के पटवारी रामगोपाल साहू को रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। फौती नामांतरण के लिए आरोपित पटवारी ने 5000 रुपये रिश्वत की मांग की थी। 2000 रुपये तत्काल उसने नकद ले लिए थे। गुरुवार को जिला मुख्यालय सूरजपुर में घूसखोर पटवारी 3000 की रिश्वत ले रहा था। इस दौरान योजनाबद्ध तरीके से एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने उसे रंगे हाथों पकड़ लिया।एंटी करप्शन ब्यूरो में फेर बदल के बाद यह पहली कार्रवाई है। एसीबी इकाई अंबिकापुर के द्वारा पटवारी को पकड़ा गया। उसकी पदस्थापना पटवारी हल्का नंबर 17 तेलईमुड़ा में है उसके पास पटवारी हल्का नंबर 12 गोविंदपुर का भी अतिरिक्त प्रभार है। आरोपित पटवारी पिउरी चौक रामानुजनगर का रहने वाला है।
मूलतः गोविंदपुर निवासी सुनील सिंह के द्वारा उप पुलिस अधीक्षक एन्टी करप्शन ब्यूरो अंबिकापुर के समक्ष इस आशय का एक लिखित आवेदन पत्र प्रस्तुत किया है कि प्रार्थी की पैतृक भूमि है जिसका खसरा नंबर 1912 ,2300, 2392, 2445, 2405, 2409 कुल रकबा 0.810 हे० है। उक्त भूमि उसके पिताजी स्व दशस्थ व माता स्व देवचरनी के नाम से दर्ज है। पिताजी दशरथ का देहांत 26 अक्टूबर 2022 एवं माता का देहांत 30 जनवरी 2017 को हो चुका है। प्रार्थी के पिता के देहांत उपरात जब प्रार्थी हल्का पटवारी नंबर-दो रामगोपाल साहू के पास पैतृक भूमि में फौती चढाकर प्रार्थी का नाम राजस्व रिकार्ड में दुरूस्त कराने हेतु गया तब उनके द्वारा फौती चढ़ाकर प्रार्थी का नाम रिकार्ड में दुरुस्त करने के एवज में 5 से 10 हजार रूपये रिश्वत की मांग की गई।सुनील सिंह को पटवारी ने कहा कि पैसे तो देना ही पड़ेगा पैसे दोगे तभी तुम्हारा पैतृक भूमि का रिकार्ड दुरूस्त होगा। प्रार्थी सुनील कुमार सिंह ग्राम गोविंदपुर के हल्का पटवारी रामगोपाल साहू को रिश्वत के रूप में पैसे नहीं देना चाहता था, बल्कि उसे रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़वाना चाहता था। प्रार्थी का शिकायत सत्यापन कराया गया जिसमें प्रार्थी सुनील कुमार सिंह के द्वारा पटवारी रामगोपाल साहू से मिलकर अपने कार्य के संबंध में बातचीत करने के पश्चात रिश्वत रकम के संबंध में बातचीत किया। जिसपर पटवारी रामगोपाल साहू के द्वारा कहा गया कि कार्य करने के लिये 5000 रुपये देना पड़ेगा।