भाजपा के 9 महीने के अन्याय के खिलाफ छत्तीसगढ़ में शुरू हुई न्याय यात्रा: भारत जोड़ो न्याय यात्रा से मिली प्रेरणा : अरुण वोरा
छत्तीसगढ़: पिछले 9 महीनों से छत्तीसगढ़ भाजपा के कुशासन का शिकार हो रहा है। जर-जर कानून व्यवस्था, बढ़ते अपराध, महिलाओं की सुरक्षा पर संकट, और सामाजिक ताने-बाने का टूटना राज्य को अराजकता की ओर धकेल रहे हैं। भाजपा सरकार की नाकामी से प्रदेशवासियों का भरोसा सरकार से उठ चुका है। कवर्धा में साहू समाज के तीन बेटों की हत्या, बलौदा बाजार में निर्दोषों की गिरफ्तारी, और राज्यभर में रोज़ बढ़ते हुए अपराध के मामलों में भाजपा सरकार पूरी तरह से विफल रही है।
भाजपा शासन के दौरान बढ़ते इस अन्याय के खिलाफ न्याय यात्रा शुरू करने की आवश्यकता महसूस की गई। प्रदेश अध्यक्ष श्री दीपक बैज के नेतृव में प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने छत्तीसगढ़ में ‘न्याय यात्रा’ शुरू करने का संकल्प लिया। इस ऐतिहासिक कदम की प्रेरणा राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा और भारत जोड़ो न्याय यात्रा से मिली, जो तब शुरू की गई थी जब देश में महंगाई, बेरोजगारी और बढ़ते अपराध अपने चरम सीमा पर थे। राहुल गांधी का यह कदम मात्र एक यात्रा नहीं, बल्कि न्याय का संदेश लेकर देश के हर कोने तक पहुँचने और लोगों के साथ सीधा संवाद स्थापित करने की एक ऐतिहासिक पहल थी जिसे देशभर में भरपूर स्वीकृति और समर्थन मिला।
छत्तीसगढ़ कांग्रेस की न्याय यात्रा एक ऐतिहासिक छह दिवसीय पदयात्रा है, जिसका समापन 2 अक्टूबर को महात्मा गांधी की जयंती पर राजधानी रायपुर के गांधी मैदान में एक विशाल जनसभा के साथ होगा। इस यात्रा की शुरुआत 27 सितंबर को गिरौदपुरी धाम से हुई, और यह 125 किलोमीटर की दूरी तय करेगी। यात्रा के दौरान कांग्रेस नेता और कार्यकर्ता विभिन्न स्थानों पर रुककर जनता से संवाद करेंगे, उनके साथ भाईचारे, एकता और अपराध मुक्त छत्तीसगढ़ की उम्मीदें साझा करेंगे।
यात्रा के दौरान प्रमुख मुद्दों में अमर गुफा (बलौदाबाजार) में सतनामी समुदाय के पवित्र प्रतीक ‘जैतखाम’ की तोड़फोड़ के खिलाफ सवाल उठाया जाएगा। दीपक बैज ने कहा कि निर्दोष लोगों की रिहाई के लिए भी आवाज उठाई जाएगी, जो इस तोड़फोड़ के विरोध में गिरफ्तार हुए थे। साथ ही, कबीरधाम जिले में प्रशांत साहू की न्यायिक हिरासत में मौत के लिए जिम्मेदार पुलिसकर्मियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराने की मांग भी प्रमुख है।
इस यात्रा का उद्देश्य न केवल भाजपा के कुशासन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करना है, बल्कि प्रदेश में न्याय और शांति की स्थापना के लिए जनता को एकजुट करना है।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अरुण वोरा जो लगातार इसमें अपनी पूरी भागीदारी दे रहे हैं उन्होंने न्याय यात्रा की महत्ता पर जोर देते हुए कहा, “यह न्याय यात्रा हमारे जननायक श्री राहुल गांधी द्वारा शुरू की गई भारत जोड़ो न्याय यात्रा का लघु संस्करण है। गांधीवादी सिद्धांतों का पालन करते हुए, हम छत्तीसगढ़ में अन्याय और अराजकता के खिलाफ खड़े हैं। जब-जब अन्याय हद से पार होगा, तब-तब हम न्याय का संदेश लेकर आएंगे, चाहे वह भारत के किसी भी कोने में क्यों न हो।”
वोरा ने प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज की सराहना करते हुए कहा, “उनके नेतृत्व में हम इस यात्रा के माध्यम से छत्तीसगढ़ की जनता से संवाद कर रहे हैं। उनकी दूरदर्शिता और मार्गदर्शन ने हमें इस संघर्ष को सफल बनाने की प्रेरणा दी है।”
छत्तीसगढ़ न्याय यात्रा ने पहले दो दिनों में ही इसने जनता के बीच गहरा प्रभाव छोड़ा है। यात्रा के दौरान जगह-जगह पर जनता का समर्थन देखा जा रहा है। यह यात्रा 4 और दिनों तक चलेगी, लेकिन शुरुआती सफलता ने यह स्पष्ट कर दिया है कि यह यात्रा भाजपा सरकार के तानाशाही शासन के खिलाफ एक बड़ा जनांदोलन बनेगी।
जैसे भारत जोड़ो यात्रा ने पूरे देश में सही और गलत के बीच की धुंध को साफ किया, वैसे ही यह यात्रा छत्तीसगढ़ की जनता को आत्मविश्वास देगी कि वह इस तानाशाही सरकार के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद कर सके।