CG BREAKING:दुर्ग रेल्वे स्टेशन कॉलोनी वासियों को आवास खाली करने दबाव पूर्ण नीति से नोटिस देने का आरोप
दुर्ग -गतिशक्ति परियोजना अंतर्गत दुर्ग रेलवे के समीप टूटने वाले विद्युत सबस्टेशन, रिपीटर, रिजर्वेशन काऊन्टर के निर्माण के साथ रेलवे आवास का भी निर्माण कराने के बाद आवास खाली करने की मांग रेल श्रमिक यूनियन व रेल्वे कॉलोनी वासियों ने मंडल रेल् प्रबंधक दक्षिण मध्य रेल्वे रायपुर को आवेदन दे चुकी है उसके बावजूद दुर्ग रेल्वे स्टेशन के पुनः निर्माण हेतु आवास खाली करने दबावपूर्ण नीति के तहत बार- बार नोटिस के माध्यम से तथा अधिकारियों के माध्यम से रेल कर्मचारियों को मानसिक रूप से प्रताड़ित किये जाने का आरोप लगाते हुए रेल यूनियन विरोध कर रही है।
बतादें रेल्वे स्टेशन के पुनः निर्माण को मिले आवश्यक विभाग विद्युत और टेलिफोन का जब तक पुनः निर्माण नहीं हो जाता तब तक यह विभाग बन्द नहीं किया जा सकता है और उतने ही समय में नए आवास का निर्माण भी हो सकता है और उसके बावजूद पर्याप्त स्थान भी रिक्त है। परन्तु अधिकारीगण कर्मचारियों की व्यवस्था को जाने बिना तरह – तरह से आवास खाली कराने के लिये प्रताड़ित कर रहे हैं। यह आरोप रेल श्रमिक यूनियन लगा रही है
और उनका यह भी दलीलें है कि हरे – भरे पेड़ों को कॉलोनी से रिक्त करने की कोई योजना भी रेल अधिकारी नहीं बता रहे हैं। जिससे लगता है कि कॉलोनी के हरे भरे और फलदार वृक्षों को बिना पर्यावरण की अनुमति के काट दिया जायेगा वहीनिम्न वर्ग श्रेणी के कर्मचारियों स्तिथि नौकरी की टेंशन, पारिवारिक आर्थिक स्थिति से बहुत मुश्किल गजारा करते हैं। उनमें से डिप्रेशन में आत्मघाती कदम उठलेंगे तो ज़िम्मेदार कौन होगा अधिकारी या एडमिनिस्ट्रेशन निवासियों का कहना है किराए के घर में जाने के लिए हमें हो रही है समस्या HRA 3-5 हजार रुपए और किराया 6 हजार रुपए से अधिक + बिजली बिल + पानी+ ट्रांसपोर्टिंग अलग
अगर चरोदा भिलाई जाते हैं तो बच्चों की एजुकेशन, बुजुर्गों का इलाज फैमली की दिनचर्या (पार्ट टाइम जॉब, बिजनेस) वगैरह जो गृहस्थी चलाने में मदद करता है ऐसे एक नहीं अनेक प्रकार की समस्याएं हैं इस पर गंभीरता से विचार कर हमें मानसिक तनाव से निजात दिलाये ।