CG BREAKING: विद्यासगार जी भारत रत्न व विश्व रत्न से सम्मानित किया जाना चाहिए – अरुण वोरा विद्यासागर जी महाराज जैसे संत से ही पूरी दुनिया सुरक्षित है।
Durg: आचार्य श्री 108 विद्यासागर जी महाराज ने 18 फरवरी 2024 ने सल्लेखना विधि द्वारा समाधि ली। उन्होंने छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव जिले के डोंगरगढ़ स्थित ‘चंद्रगिरि तीर्थ’ में ‘सल्लेखना’ करके देह का त्याग किया। आज दुर्ग में सकल जैन समाज द्वारा आचार्य विद्यासागर जी महाराज का विनयांजलि कार्यक्रम रखा गया.
इस कार्यक्रम में वरिष्ठ कांग्रेस नेता अरुण वोरा भी शामिल हुए.
वोरा ने आचार्य विद्यासागर जी महाराज को याद करते हुए कहा कि आचार्य विद्यासागर जी महाराज भारत के अमूल्य पूंजी है, कार्यक्रम में प्रसिद्ध मोटिवेशनल स्पीकर उज्ज्वल पाटनी ने विद्यासागर महाराज के मूर्ति को दुर्ग शहर में स्थापित करने की बात कही एवं उन्होंने विद्यासागर महाराज को भारत रत्न से सम्मानित किए जाने की बात कही जिसपर वरिष्ठ कांग्रेस नेता अरुण वोरा ने कहा कि आचार्य जी को न केवल भारत रत्न अपितु विश्व रत्न से सम्मानित किया जाना चाहिए । विद्यासागर जी महाराज विश्व के गुरु थे। अरुण वोरा ने उज्ज्वल पाटनी के बातों पर सहमति जताते हुए कहा कि महान संत महराज जी की प्रतिमा दुर्ग शहर में अवश्य लगनी चाहिए. वे केंद्र एवं राज्य सरकार को इस विषय पर पत्र भी लिखेंगे. वोरा ने कहा कि
विद्यासगर महाराज द्वारा हुआ था दुर्ग में एकता द्वारा का लोकार्पण
विद्यासागर जी महाराज के दुर्ग प्रवास के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री एवं दिग्गज कांग्रेसी नेता मोतीलाल वोरा के आग्रह पर दुर्ग के जेल चौक के समीप एकता द्वारा का निर्माण हुआ , जिसका लोकार्पण आचार्य विद्यासागर जी महाराज के द्वारा किया गया था।