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CG BREAKING:पीएम विश्वकर्मा योजना में होगा रजिस्ट्रेशन, आधार अपडेट एवं आयुष्मान कार्ड बनाने के लिए वार्डों में लगेगा शिविर

पीएम विश्वकर्मा योजना में होगा रजिस्ट्रेशन, आधार अपडेट एवं आयुष्मान कार्ड बनाने के लिए वार्डों में लगेगा शिविर

 

पीएम विश्वकर्मा योजना में होगा रजिस्ट्रेशन, आधार अपडेट एवं आयुष्मान कार्ड शिविर सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक लगाया जाएगा

 

दुर्ग!2 फरवरी। कलेक्टर सुश्री ऋचा प्रकाश चौधरी के निर्देश पर आधार कार्ड अपडेशन,प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना एवं आयुष्मान कार्ड बनाने आम नागारिकों कि परेशानियों को देखते हुये नगर निगम के सीमा क्षेत्र के अंतर्गत चिन्हाकिंत स्थानों पर आधार कार्ड अपडेशन, प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना एवं आयुष्मान कार्ड बनाने एवं शत् प्रतिशत पंजीयन कर शासन की कल्याण कारी योजनातर्गत प्राप्त सुविधाओं लाभ दिलाने हेतु नगर पालिक निगम क्षेत्र के इन वार्डों में ( 5 फरवरी )को वार्ड 53 पुराना माध्यमिक शासकीय शाला,झुग्गी पारा पोटिया कला में वार्ड 54 में शासकीय प्राथमिक शाला पोटिया,वार्ड 55 शासकीय प्राथमिक शाला पुलगांव में,वार्ड 56 में शासकीय प्राथमिक शाला बघेरा में किया जाएगा।( 6 फरवरी ) को वार्ड 57 शासकीय प्राथमिक शाला उरला में वार्ड 58 शासकीय प्राथमिक शाला उरला में एवं वार्ड 59 और 60 के लिए नया शासकीय प्राथमिक शाला कातुलबोर्ड में इसके अलावा ( 7 फरवरी ) को वार्ड क्रमांक 21 आदित्य नगर जोन कार्यालय,वार्ड 22 शिव मंदिर गांधी चौक में,वार्ड 23 हनुमान मंदिर गली नंबर 3 दीपक नगर में वार्ड 24 किल्ला मंदिर विद्यापीठ स्कूल में प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना,आनलाइन पंजीयन,आधार कार्ड अपडेशन एवं आयुष्मान कार्ड बनाने व सुधार करने हेतु शिविर का आयोजन किया जा रहा।शिविर सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक लगाया जाएगा।आयुक्त लोकेश चन्द्राकर ने बताया कि प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना के अंतर्गत पारंपरिक व्यवसाय में लगे कारीगर और शिल्पकारों की पहचान विश्वकर्मा के रूप में कर उन्हें लाभान्वित किया जाना है।प्रतिदिन 500 रुपए का प्रोत्साहन राशि-जो पंजीकृत हितग्राही प्रशिक्षण प्राप्त करेंगे उन्हें प्रतिदिन 500 रूपए के प्रोत्साहन राशि भी दिया जाएगा।उन्होंने सामुदायिक संगठिका की महिलाओं को बताया कि इस योजना के अंतर्गत बढ़ई, नाई, दर्जी,चर्मकार, खिलौना बनाने वाले,झाडू, टूकनी बनाने वाले, नाव बनाने, मछली का जाली बूनने वाले, धोबी, मूर्तिकार, लोहार सहित 18 प्रकार के पारंपरिक कारीगरो और शिल्पकारों के रूप में पंजीकृत हितग्राहियों का स्थल अवलोकन कर उनका सत्यापन किया जाना है।

 

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