रेडियो लोकवाणी 89.6 एवं युवोदय कार्यक्रम के तत्वावधान में “हिंसा को नो” विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन
दुर्ग, 06 दिसंबर 2024/ रेडियो लोकवाणी 89.6 एफएम के विशेष पहल के तहत शा. दानवीर तुलाराम महाविद्यालय में “हिंसा को नो” विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला का सफलतापूर्वक आयोजन किया गया। इस कार्यशाला का उद्देश्य समाज में बढ़ती लिंग आधारित हिंसा के प्रति लोगो को जागरूक करना हिंसा की प्रवृत्ति को रोकने, जनमानस को जागरूक करने और शांति तथा सद्भावना का संदेश फैलाना था।
कार्यक्रम का शुभारंभ:
कार्यक्रम की शुरुआत श्री ए.के. खान (प्रभारी प्राचार्य) और कैप्टेन अनुसुइया जोगी द्वारा दीप प्रज्वलन और सरस्वती वंदना के साथ हुई। अपने उद्घाटन संबोधन में मुख्य अतिथि ने कहा कि हिंसा किसी भी समस्या का समाधान नहीं है, और इस प्रकार की कार्यशालाएं युवाओं में सकारात्मक सोच और शांति के महत्व को बढ़ाने में सहायक होती हैं।
मुख्य सत्र:
कार्यशाला में मुख्य वक्ता चित्रा सिन्हा द्वारा “हिंसा मुक्त समाज की आवश्यकता” और “अहिंसा के सिद्धांत” जैसे विषयों पर विचार व्यक्त किए चित्रा सिन्हा ने अपने प्रेरणादायक वक्तव्य में कहा कि लिंग आधारित हिंसा को खत्म करने के लिए हमे लड़के और लड़कियों में तुलना नहीं संतुलन की जरूरत है । और घरेलू हिंसा को पहचान कर उस पर आवाज उठाना बेहद जरूरी है कार्यक्रम में व्यक्तिगत और सामाजिक स्तर पर हिंसा को रोकने के लिए संवाद, सहिष्णुता, और शिक्षा का विशेष महत्व है।
*सत्र में सहभागिता:*
कार्यशाला में महाविद्यालय के छात्रों, शिक्षकों ने सक्रिय रूप से भाग लिया। कार्यक्रम में युवोदय कार्यक्रम जिला समन्वयक शशांक शर्मा के द्वारा युवोदय कार्यक्रम एवं बाल सुरक्षा विषय पर विशेष जानकारी दिया गया। ब्लॉक समन्वयक मुकेश कुमार द्वारा मानसिक स्वास्थ्य खेल गतिविधि कराया गया । इस कार्यक्रम मे कृष्ण साहू एवं युवोदय स्वयंसेवक भी उपस्थित रहे। प्रतिभागियों ने भाषण प्रतियोगिता, और पोस्टर प्रेजेंटेशन जैसे विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से अपने विचार साझा किए और घरेलू हिंसा को बताया।
कार्यक्रम का समापन:
कार्यशाला का समापन ,रेडियो लोकवाणी द्वारा सभी प्रतिभागी को पुरस्कृत कर सम्मानित किया गया। कैप्टन अनुसुइया जोगी द्वारा धन्यवाद ज्ञापन किया गया। उन्होंने रेडियो लोकवाणी 89.6 के इस सार्थक पहल की सराहना की और सभी प्रतिभागियों का धन्यवाद किया। रेडियो लोकवाणी 89.6 के इस प्रयास को प्रतिभागियों ने खूब सराहा। यह कार्यशाला समाज में शांति और सद्भावना की नींव मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुई।