गंजपारा के प्राचीन कुआँ की सफाई
दुर्ग के सत्तीचौरा, गंजपारा, दुर्गा मंदिर के पास स्थित प्राचीन कुआँ की सफाई जन समर्पण सेवा सँस्था, दुर्ग एवं गंजपारा वासियों, दुर्गा मंदिर समिति, बोलबम समित्ति गंजपारा दुर्ग द्वारा कराई जा रही है,
गंजपारा वासी पिंकी गुप्ता ने बताया कि सत्तीचौरा में बहुत प्राचीन कुआँ है जो कि विगत कई वर्षों से कचरा से पट गया है, आज से लगभग 25 वर्ष पूर्व प्रशासन द्वारा इसकी सफाई करवाने का प्रयास किया था परंतु नही हो पाया,
पूरे गंजपारा के चारो तरफ निचली बस्ती और गंजपारा वासियों द्वारा पहले इसी कुआँ के पानी का उपयोग होता था, पूर्वज बताते है कि पूरे दुर्ग के प्राचीन कुआँ में से एक यह कुआँ है, जिससे गंजपारा के आस पास की सभी बस्ती में पानी की कमी दूर होती थी,
पिछले कई वर्षों से यह कुआँ कचरों से पटा हुआ है, शासन प्रशासन को कई बार इसके सफाई हेतु पत्र दिया गया, परन्तु सफाई नही हुई बहुत वर्षों से गंजपारा वासी स्वयं भी कुआँ सफाई हेतु मजदूर की तलाश में थे
गंजपारा शनि मंदिर के मुख्य पुजारी राजू महाराज ने कुआँ सफाई करने वाले मजदूरों की खोज की और गंजपारा वासियों को बताया, जिस पर सभी ने मिलकर कुआँ सफाई का कार्य मजदूरों से तय किया और जन समर्पण सेवा सँस्था दुर्ग के सहयोग से कुआँ सफाई कार्य प्रारंभ हुआ,
कुआँ सफाई कार्य में बोलबम सेवा समिति के सदस्य विजय पिंकी गुप्ता सुरेश गुप्ता सतीश कश्यप राजेन्द्र शर्मा राजू पुरोहित द्वारा मोटर पंप, रस्सी, बाल्टी रस्सी झूला एवं अन्य सामग्री की व्यवस्था की और पिछले 2 दिन से दिनभर कुआँ के पास बैठकर सफाई कार्य मे लगे रहे.
आज कुआँ सफाई के दूसरे दिवस लगभग 30 फिट गहराई से ज्यादा की सफाई की जा चुकी है और कुआँ के कुछ स्थानों से पानी का स्रोत भी दिख गया है, प्रतिदिन लगभग 15 फिट से ज्यादा की सफाई मजदूरों द्वारा की जा रही है जो अपने आप मे एक कला है कुआँ सफाई में आये मजदूरों की सफाई में जो कला है उसे देखने गंजपारा वासी कुआँ के पास खड़े होकर देखते है लगभग 6 मजदूर कुआँ सफाई के कार्य मे लगे है.
जन समर्पण सेवा सँस्था, दुर्ग एवं गंजपारा वासियों, दुर्गा मंदिर समिति, बोलबम समित्ति गंजपारा दुर्ग द्वारा किया जा रहा यह कार्य की प्रशंसा नागरिक करते हुए नजर आ रहे है, इस पूरे कार्य मे सँस्था के अध्यक्ष योगेन्द्र शर्मा बंटी विजय पिंकी गुप्ता सुरेश गुप्ता सतीश कश्यप राजेन्द्र शर्मा राजू पुरोहित आशीष मेश्राम संजय सेन विशेष रूप से लगे हुए है..