पूर्व मुख्यमंत्री श्री मोतीलाल वोरा जन्मदिन पर किए गए याद…….अपने राजनीतिक पुरोधा की जयंती मनाने कांग्रेस भवन में उमड़ा जनसैलाब…….
शिवनाथ संवाद।। दुर्ग शहर में एक पार्षद के रूप में अपनी राजनैतिक परिपाटी की शुरुवात करते हुए विधायक, सांसद, अविभाजित मध्यप्रदेश के दो बार मुख्यमंत्री, केंद्रीय मंत्री एवं उत्तर प्रदेश के राज्यपाल एवं 18 वर्षों तक अखिल भारतीय कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष तक का गरिमामयी एवं बेदाग सफर तय करने वाले एवं देश भर में दुर्ग की पहचान माने जाने वाले दिग्गज कांग्रेसी श्री मोतीलाल वोरा का 20 दिसंबर को कांग्रेस भवन में जन्मदिन मनाया गया।
श्रीमती इंदिरा गांधी से लेकर पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न श्री राजीव गांधी, श्रीमती सोनिया गांधी, राहुल गांधी एवं प्रियंका गांधी तक सभी के विश्वासपात्र रहते हुए गांधी परिवार की तीन पीढ़ियों के साथ मिलकर देश एवं दल की सेवा में सम्पूर्ण जीवन लगा देने वाले राजनैतिक संत श्री मोतीलाल वोरा के जन्मदिन पर सुबह से ही राजीव भवन में जनसैलाब का जमावड़ा लगा रहा कांग्रेसजनों के साथ ही शहर वासियों में भी अपने राजनैतिक पुरोधा के जयंती के अवसर पर उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित करने की होड़ लगी रही।
इस दौरान उनके सुपुत्र एवं वरिष्ठ कांग्रेस विधायक अरुण वोरा ने सभी वरिष्ठ नेताओं, महिला कांग्रेस, युवा कांग्रेस समेत सभी नागरिकों का विनम्रता पूर्वक स्वागत किया। लोगों ने श्री मोतीलाल वोरा के तैल चित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हें याद करते हुए नमन किया एवं दिन भर भजन कीर्तन चलता रहा। इस दौरान वरिष्ठ नेता प्रदीप चौबे ने श्री वोरा को याद करते हुए उनकी कर्मठता को अद्वितीय एवं अतुलनीय बताया साथ ही उन्होंने विधायक अरुण वोरा की तारीफ करते हुए कहा कि उनकी कार्यशैली में बाबूजी की छाप नजर आती है।
पिछड़ा वर्ग उपाध्यक्ष आर एन वर्मा ने कहा कि वोरा जी जैसे व्यक्तित्व सदियों में एक बार होते हैं उनकी विनम्रता, कार्य के प्रति गंभीरता से वे अग्रिम पंक्ति तक पहुंचाया किन्तु बड़ी जिम्मेदारियों के बाद भी दुर्ग शहर के प्रति प्रेम ने उन्हें हमेशा हम सभी से जोड़े रखा। मदरसा बोर्ड अध्यक्ष अल्ताफ अहमद ने कहा कि वोरा जी ने दुर्ग शहर को हमेशा अपना परिवार माना एवं हर शहर वासी को परिजन की तरह स्नेह दिया। महापौर धीरज बाकलीवाल ने उन्हें नमन करते हुए कहा कि बाबूजी को भुलाया नहीं जा सकता उनके बारे में कुछ कहना सूरज को दिया दिखाने जैसा है, बड़े नेता हों या छोटे से छोटे कार्यकर्ता सभी उनके लिए प्रियजन थे एवं सभी से उन्होंने सम्मान एवं प्रेम का व्यवहार रखा। श्री वोरा के सुपुत्र अरुण वोरा इस दौरान भावुक नजर आए उन्होंने कहा कि अंतिम सांस तक दुर्ग शहर को परिवार मान कर जनता की सेवा करने की सीख एवं विरासत उन्हें बाबूजी से प्राप्त हुई है।
बाबूजी ने कभी पदों की चिंता नहीं की हमेशा उन्होंने दी गई जिम्मेदारियों के ईमानदारी से निर्वहन करने की शिक्षा दी। उनकी दी हुई शिक्षा एवं उनका आशीर्वाद सदैव साथ रहेगा। कार्यक्रम में श्री वोरा के बड़े सुपुत्र अरविंद वोरा, सुमित वोरा, संदीप वोरा व वोरा परिवार के सभी सदस्यों के साथ ही वरिष्ठ कांग्रेसी शंकर लाल ताम्रकार, पूर्व विधायक प्रतिमा चंद्राकर, शहर अध्यक्ष गया पटेल, जिला सहकारी बैंक अध्यक्ष राजेंद्र साहू,निगम सभापति राजेश यादव,रमेश जैन, राजू भाटिया ब्लॉक अध्यक्ष अजय मिश्रा, महीप सिंह, राजकुमार साहू, राजकुमार पाली समेत समस्त एमआईसी सदस्य, पार्षद व एल्डरमैन, जिला कांग्रेस महिला कांग्रेस एनएसयूआई के पदाधिकारी, विभिन्न समाजों के गणमान्य नागरिक एवं बड़ी संख्या में आमजन मौजूद थे।