देश की समृद्धि सुरक्षा शांति प्रगति केवल सनातन धर्म के परिपालन से ही संभव है,हम सनातन विरोधियों को पूर्णतः खत्म करने संकल्पित -राष्ट्रीय महासचिव देवेश मिश्रा
शिवनाथ संवाद दुर्ग – सनातन धर्म परिषद न्यास का दो दिवसीय राष्ट्रीय अधिवेशन प्रयागराज में 3 एवं 4 फरवरी को प्रयागराज उत्तरप्रदेश मेला परिसर ब्रह्मर्षि आश्रम ट्रस्ट शिविर में सम्पन्न हुआ।
राष्ट्रीय महासचिव देवेश मिश्रा ने बताया कि इस अधिवेशन में सनातन धर्म के परिपालन एवं सर्व सनातन हिन्दू समाज को एकत्रित करने महत्वपूर्ण प्रस्ताव पारित किये गए।
*राष्ट्रीय महासचिव देवेश मिश्रा ने कहा कि देश की समृद्धि,सुरक्षा,शांति,प्रगति केवल सनातन धर्म के परिपालन से ही संभव है। हम सनातन विरोधियों को पूर्णतः खत्म करने संकल्पित है।भारत विरोधी,देश द्रोही लोगों ने जिस प्रकार से प्रत्यक्ष प्रहार न कर,हमारे सनातन धर्म संस्कृति परंपरा को विकृत करके,सनातनी हिन्दुओं को भरमानें का कार्य किया है,उससे सर्व सनातनी हिन्दुओं को सावधान रहने की आवश्यकता है।
सनातन धर्म परिषद न्यास प्रमुख महंत अवध बिहारी दास महाराज व ताड़केशरजी महाराज के नेतृत्व में आयोजित अधिवेशन में दिग्भ्रमित हिन्दू परिवार को वापस लाने एवं धर्मान्तरण के खिलाफ आर- पार की लड़ाई लड़ने,पंडितों -कथावाचकों-धर्मचार्यों,मठ मंदिर की सुरक्षा,प्राचीन संस्कारित शिक्षा गुरुकुल को मूल रूप से प्रारम्भ कर सनातनी हिन्दू परिवारों को गुरुकुल में बच्चों को शिक्षा प्रदान करने प्रेरित करने ,स्वास्थ्य सुविधा,योग इत्यादि प्रदान करने,पाश्चात्य सभ्यता का परित्याग कर परंपरागत वेद शास्त्र साहित्य संस्कृत वैदिक गणित आयुर्वेद रसायन वैद्य,क़ृषि वनस्पति,प्राकृतिक संसाधनों का उपयोग कर शिक्षा,गौ माता की रक्षा के लिए जारी अभियान को और भी अधिक गतिशील बनाकर *गौ माता को राष्ट्रीय माता* का दर्जा देने, संकल्प सहित सर्व हिन्दू समाज कल्याण के लिए नौकरी व्यापार व्यवसाय, उद्योग -धंधा,परंपरागत रोजगार के साधन विकसित करने,भारतीय राजनीति को सनातन धर्म आधारित संचालित करने महत्वपूर्ण संकल्प लिए गए।संगठन को प्रभावी बनाने हर संभव कार्य करने प्रस्ताव पारित किया गया। इस अवसर पर सनातन धर्म परिषद राष्ट्रीय महासचिव अमर बहादुर तिवारी,राष्ट्रीय महिला अध्यक्ष साध्वी प्रतिभा शास्त्री, राष्ट्रीय पुरोहित महासभा अध्यक्ष पंडित अरुण मिश्रा, रक्षावाहिनी के राष्ट्रीय प्रसार मंत्री सीताराम ठाकुर सहित पूरे देश एवं विदेश के सनातन धर्म के वाहक धर्मआचार्य महंत,साधु संत उपस्थित थे।